Qutub Minar Ki Lambai Kitni Hai? क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी हैं ?

 


Qutub minar ki lambai kitni hai नमस्कार दोस्तों, हम भारतीय इतिहास के बारे में तो काफी अच्छे से जानते हैं। इसी इतिहास के पन्नों में कई ऐसी संस्कृति और कलाकृति के बारे में स्वर्ण अक्षरों में लिखा हुआ हैं जो हमारे इतिहास की झलख वर्तमान में हमे दिखाते हैं। 

इन्ही इतिहास में हमे कई ऐसी इमारतों के बारे में भी पता चलता हैं जो हमारे इतिहास के समय से लेकर आज भी उसी स्तिथि में कड़ी हैं जैसी पहले थी। ऐसी कई इमारतें हैं परन्तु इन इमारतों में से एक ईमारत के बारे में आज आपको हमारे इस लेख के माध्यम से बताया जाएगा। 

दिल्ली की सबसे प्रशिद्ध इमारतों में से एक ईमारत क़ुतुब मीनार के बारे में आपको इस लेलख के माध्यम से बताया जाएगा। इस लेख में आपको यह बताया जाएगा की क़ुतुब मीनार क्या हैं ? क़ुतुब मीनार किसने बनाया ? क़ुतुब मीनार कहा आया हुआ हैं ? 

क़ुतुब मीनार क्या है ? 

दिल्ली में कई तरह की इमारतें हैं। यह सभी ईमारत अपने इतिहास के साथ - साथ अपनी ख़ूबसूरती के लिए भी जानी जाती हैं। इन्ही बड़ी - बड़ी इमारतों की सूची में यह भी एक ईमारत शामिल हैं। क़ुतुब मीनार दिल्ली में स्तिथ एक दर्शनीय स्थल हैं। दिल्ली की सबसे बड़ी और प्रशिद्ध इमारतों में से एक यह ईमारत दिल्ली के महरौली भाग में स्तिथ हैं। क़ुतुब मीनार का इतिहास भी काफी पुराना हैं। यह देश की उन इमारतों की सूची में शामिल हैं देश के इतिहास की झलख को दिखता हैं। 

क़ुतुब मीनार का इतिहास 

दिल्ली में स्तिथ यह ईमारत आज से ही नही बल्कि बाहरवीं शताब्दी से ही प्रशिद्ध हैं। क़ुतुब मीनार का निर्माण साल 1193 में दिल्ली के प्रथम शासक कुतुबदीन ऐबक ने कराया था। दिल्ली में स्तिथ इस ईमारत को विश्व धरोहर की सूची में भी शामिल किया गया है। 

क़ुतुबद्दीन ऐबक अपने शासन काल में केवल इस ईमारत का आधार ही बनवा पाए थे परन्तु उसके बाद उसके उत्तराधिकारी इल्तुतमिश ने इस ईमारत को अपने शासन काल में भी शुरू करवाया और इसमें 3 मंजिलों का निर्माण करवाया उसके बाद इसके उतराधिकारी फिलोजशाह तुगलक ने इस ईमारत में 5 मंजिलों का निर्माण करवाया।

फिरोजशाह तुगलक के काल में ही इस मीनार की पांचवी और अंतिम मंजिल बनवाई। उसके बाद ही इस मंजिल को आज वर्तमान स्वरुप में जाना जाता हैं। क़ुतुब मीनार को बलुआ पत्थर से बनवाया गया हैं और इस पर कुरान की आयतों की एवं फूल बेलों की महीन नक्काशी की गई है।

कुतुब मीनार में कितनी मंजिलें हैं?

वर्तमान में हम जिस क़ुतुब मीनार को जानते हैं उस क़ुतुब मीनार में वर्तमान में 5 मंजिले हैं। इन 5 मंजिलों को बनाने के लिए तीन शासकों के शासन के दोहरान हुआ था। इस मंजिल का आधार निर्माण क़ुतुबद्दीन ऐबक के शासन काल में हुआ था। इसके बाद इस ईमारत की पहली 2 मंजिले इल्तुतमिश के शासन काल में हुआ था। इसके बाद इस ईमारत की अंतिम तीन और आखिरी मंजिलों का निर्माण फिरोजशाह तुगलक के शासन काल में हुआ था। 

क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी हैं ? 

वर्तमान में जो क़ुतुब मीनार दिल्ली में शान से खड़ी हैं वो आज समुन्द्रतल से 73 मीटर ऊँची हैं। इस ईमारत की ऊंचाई को अगर हम फीट में देखे तो यह 237 फीट के तक़रीबन हैं। तेहरवी शताब्दी में बनी इस ईमारत को आज हर कोई जानता हैं क्योंकि यह ईमारत विश्व धरोहर सूची में शामिल हैं। 

कुतुब मीनार किसने बनवाया था?

क़ुतुब मीनार ईमारत का निर्माण तेहरवी शताब्दी में हुआ था। इस ईमारत को बनाने बनाने का काम तीन शासकों के शासन काल में पूरा हुआ हैं। इसमें सूची में सबसे पहले शामिल हैं क़ुतुबद्दीन ऐबक इनके शासन काल में इस ईमारत का केवल आधार यानी ढांचा ही बना था। इसके बाद क़ुतुबद्दीन ऐबक के उत्तराधिकारी इल्तुतमिश ने इस ईमारत के पहली 2 मंजिले बनवाई। 

क़ुतुबद्दीन ऐबक और इल्तुतमिश के बाद इस ईमारत के उपरी तीन मंजिलों का निर्माण इल्तुतमिश के उत्तराधिकारी फिरोजशाह तुगलक ने करवाया था जिसके बाद यह ईमारत 13वीं शताब्दी में बन के तैयार हुई थी। 

कुतुब मीनार क्यों बनवाया?

दिल्ली की शान में खड़ी इस ईमारत की नींव गुलाम वंश के शासक क़ुतुबद्दीन ऐबक ने रखी थी। इस मंजिल को नमाज अदा करने के लिए बनाई गई थी। यह वो पहली मंजिल थी जिसका निर्माण गुलाम वंश के किसी शासक ने नमाज के लिए बनवाई थी। यह दिल्‍ली के सुल्‍तानों द्वारा निर्मित सबसे पुरानी ढह चुकी मस्जिद है। इसमें नक्‍काशी वाले खम्‍भों पर उठे आकार से घिरा हुआ एक आयातकार आंगन है और ये 27 हिन्‍दु तथा जैन मंदिरों के वास्‍तुकलात्‍मक सदस्‍य हैं, जिन्‍हें क़ुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा नष्‍ट कर दिया गया था, जिसका विवरण मुख्‍य पूर्वी प्रवेश पर खोदे गए शिला लेख में मिलता है।

कैसे पहुचे क़ुतुब मीनार?

अगर आपने भी क़ुतुब मीनार को देखने का मन बना लिया हैं तो अब आप यह जानना चाहते होंगे की किस प्रकार से यहाँ तक पहुच सकते हैं। इसके लिए वैसे दिल्ली में कई तरह की ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध हैं। दिल्ली के किसी भी मेट्रो स्टेशन से आप अगर यहाँ आते हैं तो उसके लिए आपको पहले क़ुतुब मिनार के मेट्रो स्टेशन पर आना होगा। यह सुविधा आसानी से दिल्ली में उपलब्ध हैं। 

यहाँ आने के बाद आपको आगे महरौली जाना होता हैं जिसके लिए कई सारी लोकल बसे चलती हैं। इन बसों के जरिये आप इस जगह पर पहुच सकते हैं। 

क़ुतुब मीनार के बारे में तथ्य 

क़ुतुब मीनार के बारे में कुछ सामान्य तथ्य जिसके बारे में हर कोई जानना चाहता हैं - 

  • क़ुतुब मीनार दिल्ली की सबसे पूरी इमारतों में से एक हैं और इसको तेहरवी शताब्दी में बनाया गया था। 

  • क़ुतुब मीनार को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया हैं। 

  • क़ुतुबद्दीन ऐबक के काल में शुरू हुई यह इमारत फिरोजशाह तुगलक के काम में बन के तैयार हुई थी। 

  • इस ईमारत में कुल 5 मंजिले हैं जो की लगभग 73 मीटर की ऊंचाई तक स्तिथ हैं। 

  • क़ुतुब मीनार वर्तमान में भी ऐसी ही खड़ी हैं जैसी 13वीं शताब्दी में थी। 

  • क़ुतुब मीनार को बलुआ पत्थर से बनवाया गया हैं और इस पर कुरान की आयतों की एवं फूल बेलों की महीन नक्काशी की गई है।

यह थी क़ुतुब मीनार के बारे में कुछ सामान्य जानकारी - 

निष्कर्ष

हमारे आसान भाषा में लिखे इस लेख में आपको Qutub Minar Ki Lambai Kitni Hai के बारे में बताया गया हैं। उम्मीद करते हैं की आपको यह लेख पसंद आया होगा।